गीता

महाभारत युद्ध के समय

श्री कृष्ण उपदेश देते है।

कर्म-धर्म के सच्चे ज्ञान की,

जब अर्जुन अपनों से युद्ध करने

से हिचकिचाता हैं तब।

क्या महाभारत और गीता

नहीं है, हम सब के अंदर।

मानसिक द्वन्द के समय

हमारा दिल कृष्ण बन

समझाता है,

दिमाग़ अर्जुन बन

दुविधा में घिर जाता है।

शुभ गीता जयंती!!

Happy Geeta Jayanti !!!

मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है। इस दिन मोक्षदा एकादशी भी कहते है। इस बार गीता जयंती 14 दिसंबर को मनाई जा रही है। मान्यता है गीता ग्रंथ का प्रादुर्भाव मार्गशीर्ष मास में शुक्लपक्ष की एकादशी को हुआ था।

8 thoughts on “गीता

  1. वो आत्मा
    क्या हमारी माँ

    हम खुद बनाते हैं
    हमारे देवता
    खुद

    एक पहचान को
    क्रम में हम
    देवताओं
    स्टेल्स पर
    देवता बाहर बैठे हैं
    उनका एक चित्र बनाओ
    देवताओं को बलिदान करने के लिए

    उनके लिए हमारे लिए
    दयालु बनाने के लिए
    और सहस्राब्दी से अधिक
    परंपरा के अनुसार
    संस्कार और रीति-रिवाज
    आगे बढ़ो

    तो हम
    विविधता
    वो आत्मा

    वह आत्मा जो सब कुछ है
    जीवन और गैर-अस्तित्व शामिल हैं

    हम स्वयं
    एक इंसान के रूप में
    सभी जीवों के बीच
    पृथ्वी पर अस्तित्व में
    ब्रह्मांड में घर में
    तो
    बेहतर समझें

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