TIME’s First-Ever Kid of the Year
Gitanjali Rao is 15 year old, an Indian-American inventor, author, scientist, and science, technology, engineering, and mathematics promoter.
The spirit of our times!!
Gitanjali Rao is 15 year old, an Indian-American inventor, author, scientist, and science, technology, engineering, and mathematics promoter.
Registration for inoculation will open any day now for senior citizens.Pl keep watching the CoWin site and app linked below. As yet both are only open for viewing and login by vaccinators. But the option to register could pop up sometime after Feb 15. When it does, you can register with your PAN card no and other details as required. You will be able to opt for the hospital most convenient to you. Once accepted, you will get an SMS confirming your registration with a 14 digit registration no. In due course after that you will get another SMS giving you a date and time for vaccination at the hospital you opted for. If you are particular about which vaccine you would like to take, pl check with the hospital of your choice about which one they are allotted.
https://www.cowin.gov.in/home
Pls forward to all citizens above 50.
Received as forwarded message.
Heart touching story of a trans woman Sattaar who is hated and isolated by everyone in his village .
मुझे लगता है मूवी रिव्यु लिखना, किसी फिल्म की बारीकियों को समझने और अभिव्यक्त करने की कला है। इस कला में मैं अनाड़ी हूं। मैंने आज तक रिव्यु नहीं लिखा हैं। यह मेरा पहला प्रयास है। यह मैं किसी के अनुरोध पर लिख रही हूं। मुझे नहीं पता, मैं इस समीक्षा के साथ कितना न्याय कर पा रही हूं । आपके विचार सादर आमंत्रित है।
“पावा कढ़ाइगल ” मैं ने नेटफ्लिक्स पर देखी । इसकी पहली कहानी “थांगम/ सोना” ने मेरे दिल को छू लिया। सत्तार का चरित्र बिल्कुल सच्चाई के करीब और मार्मिक है। जिसे मैं भूल नहीं पा रही। इसलिए मुझे यह ख्याल अच्छा लगा कि अपने दिल की बातों को पन्ने पर उतार दूं। इसके इंट्रो में बेहद खूबसूरती से, लाल रंग को नारी जीवन के बदलावों के प्रतीक रूप में दिखाया गया है। थंगम एक ट्रांस ग्रामीण की कहानी है। कहानी का नायक, युवा सत्तार पुरुष शरीर में फंसा नारी मन है। जिसमें नारी सुलभ ईर्ष्या, प्रेम, नारी बनने की ख्वाहिश और सजने सँवरने की लालसा है। उसका सपना है अपना ऑपरेशन करा कर एक संपूर्ण नारी बनना। वह दिल से नारी है। इसलिये किसी सामान्य युवती की तरह वह अपने बचपन के मित्र सरवनन (शांतनु ) से बेहद प्यार करता है। जिसे वह प्यार से ‘सोना’ बुलाता है। महिला ट्रांसजेंडर सत्तार समाज के क्रूर व्यवहार और बहिष्कार का सामना करता है। सत्तार का एक मार्मिक डायलॉग उसके दिल का दर्द बखूबी बयान करता है –
“जब मैं किसी को छूता हूं तो लोग मुझे गलत समझते हैं या दूर भाग जाते हैं। ऐसे प्यार से मुझे आज तक किसी ने गले नहीं लगाया।”
हम सब अपना दर्द खूब महसूस करते हैं। जरूरी यह है कि दूसरों की तकलीफें भी उतनी ही शिद्दत से महसूस की जाए। ताकि यह खूबसूरत दुनिया और खूबसूरत बन जाए। कहते हैं ट्रांसजेंडर ईश्वरीय भूल है। लेकिन हम अर्धनारीश्वर को पूजते हैं। प्राचीन संस्कृति में किन्नरों को यक्ष और गंधर्वों के बराबर माना जाता था। उन्हें मंगल या शुभ कहते थे। पर आज समाज में तीसरे जेंडर की स्थिति बेहद नाजुक है। जिसे कालिदास और सुधा कोंगारा ने थांगम में अभिव्यक्त किया है। हम भूल जाते हैं कि ट्रांसजेंडर अन्य रचनाओं की तरह हीं ईश्वर की अनोखी और दुर्लभ रचना है। उनके पास भी दिल और भावनाएं होती हैं। जिस का हमें सम्मान करना चाहिए।
तमिल कथा संकलन ‘पावा कढ़ाइगल’ को हिंदी में ‘ गुनाहों की कहानियां या सिन स्टोरीज’ कह सकते हैं। थांगम नेटफ्लिक्स की तमिल एंथोलॉजी, ‘पावा कढ़ाइगल’ का हिस्सा है। इस लघु फिल्म को हिंदी, इंग्लिश, तमिल या तेलुगु में देखने के ऑप्शन उपलब्ध है। इस का संगीत मधुर है अौर बहते झरने के आसपास का दृश्य मनोहर है।
गौतम मेनन, वेत्रिमरन, सुधा कोंगारा और विग्नेश शिवन की समाज की कालिमा अभिव्यक्त करती हुई लाजवाब लघु फिल्म है। जो समाज के कई पक्षों के बारे में सोचने के लिए मजबूर करती है। नायक कालिदास जयराम ने सत्तार के ट्रांस कैरेक्टर एक्टिंग में दिल जीत लिया। अगर आपके पास 45 मिनट समय है। तब इसे जरूर देखें । शायद यह आपके ख्यालात और सोचने का नजरिया बदल दे।
Paava kathaigal – Thangam on Netflix
Friendship Day – It falls on first Sunday of August every year. This year its on 2, August 2020 in India.
International Friendship Day is a day in several countries for celebrating friendship. It was first proposed in 1958 in Paraguay as the International Friendship Day – Thursday, 30 July, 2020
#व्यंग
Shocking video emerges from Karnataka govt hospital; 50 pigs found roaming hospital corridor in Kalaburagi
Thousands of bodies were left to decay in unsanitary conditions at The Centre for Body Donations at Paris-Descartes University, reports say.
किवदंति – दधीचि ने अपने शरीर / अस्थियों का दान, इन्द्र के अनुरोध पर, लोक कल्याण के लिये किया था। क्योंकि ब्रह्म तेज़, महर्षि दधीचि के हड्डियों से बने वज्र से राक्षस वृत्रासुर का संहार संभव था।
Naegleria fowleri, colloquially known as the “brain-eating amoeba“, is a species of the genusNaegleria, belonging to the phylumPercolozoa, which is technically not classified as true amoeba, but a shapeshifting amoeboflagellate excavate. It is a free-living, bacteria-eating microorganism that can be pathogenic, causing an extremely rare fulminant (sudden and severe) and fatal brain infection called naegleriasis, also known as primary amoebic meningoencephalitis.
Information courtesy – wikipedia.
Gauhati Akasher school takes plastic waste as school fee. Students Study, teach, earn, recycle the waste and protects environment .
गुवाहाटी का एक नायाब स्कूल अद्भुत काम कर रहा है। यहाँ अक्षर स्कूल प्लास्टिक के कचरे को स्कूल फीस के रूप में लेता है अौर बच्चों से प्लास्टिक नहीं जलाने का संकल्प करवाता है। स्कूल के छात्र न केवल किताबों से भरे बैग लेकर आते हैं, बल्कि वे स्कूल फीस के रूप में पॉलिथीन से भरे प्लास्टिक भी लाते हैं। इस प्लास्टिक से रचनात्मक कार्य करवाया जाता है।
साथ हीं अक्षर स्कूल में पढ़ने वाले बड़े बच्चों को वहाँ के छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाता है। इसके लिए उन्हें धन भी दिया जाता है। जिससे उन्हें स्कूल न छोड़ने का प्रोत्साहन मिलता है। माजिन मुख्तार और परमिता सरमा ने 2016 में समाज के दलित वर्ग की मदद करने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से स्कूल खोला था।
Lunar Eclipse /Chandra Grahan -11:15 pm 5th June 2020.
It is celebrated on 5 June in over 100 countries. The theme for World Environment Day 2020 is “Bio Diversity”, and will be hosted in Colombia in partnership with Germany.
यह 5 जून को 100 से अधिक देशों में मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस 2020 का थीम /विषय है – जैव विविधता , जिसे कोलंबिया में मनाया जाएगाऔर जर्मनी के साथ साझेदारी में। इसे हर साल पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।