शीश महल

शीशमहल

कौन खोजता हैं दूसरों में

कमियाँ हीं कमियाँ ?

उसमें अपने आप को

ढूँढने वाले।

यह शीश महल

देखने जैसा है।

जिधर देखो अपना हीं

अक्स और परछाइयाँ

देख ख़ुश हो

लेते है ये लोग।

2 thoughts on “शीश महल

  1. इच्छा
    क्रिस्टल पैलेस
    मुझ में पाया जाना
    शास्त्री किस बारे में बात करते हैं

    मैं आत्मा के आईने में हूँ
    एक दोषपूर्ण प्राणी बने रहे

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