
चराग़-ए-रहगुज़र रौशन करता है।
मुसाफिर की अँधेरी राहों को।
जब दिल में चराग़ जल उठते हैं,
रौशन करते हैं रूह की राहें को।
अर्थ –
चराग़-ए-रहगुज़र – lamp on the way

चराग़-ए-रहगुज़र रौशन करता है।
मुसाफिर की अँधेरी राहों को।
जब दिल में चराग़ जल उठते हैं,
रौशन करते हैं रूह की राहें को।
अर्थ –
चराग़-ए-रहगुज़र – lamp on the way
अंधकार
सूर्य के प्रकाश के पीछे
रास्ते पर
वहाँ मैं कहाँ
गर्भाशय से
खून में रोना
जमीन पर फेंक दिया
अंतिम प्रकाश में
वो आत्मा
मेरा करने के लिए
मर रही भीतरी आँख
मेरे अंत करने के लिए
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बेहतरीन लेखन
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