कभी ग़ौर किया क्या?
शुक्रिया अदा करते वक्त,
दिल होता है पाक-साफ़।
शिकायतें-शिकवे आते नहीं ज़ेहन में।
एहसानमंद अल्फ़ाज़ों में होती है रूहानियत।
वे नहीं करते दिल दुखाने का गुनाह।
क़ुसूरवार तो होते हैं कड़वे-कृतघ्न दिलों से
निकलते चासनी डूबे, हिजाब ओढ़ें लफ़्ज़।
“Gratitude is the healthiest of all human emotions.”
Zig Ziglar