दूर थे बादल और कहीं ना था साया।
बस था तपते सूरज का साथ।,
कहा सूरज ने – ग़लत छोड़ आगे नहीं बढ़ोगे,
तो सही साथ पाओगे कैसे?
जहाँ मोल ना हो, वहाँ से जाओगे नहीं,
तब अपना मोल जान पाओगे कैसे?
सोना मिट्टी में दबा, मिट्टी के मोल रहता हैं।
मिट्टी का साथ छोड़ सोना और हीरा
अनमोल हो जाता है।
Psychological fact – knowing own
self-worth is healing and life changing.
Self-worth is the core of our selves.