होली की शुभकामनाएँ ! Happy Holi !!

बसंत उत्सव रंग और राग का,

फागुन वक्त है फाग का ।

तन रंगो किसी भी रंग।

मन रंग लो केसरिया, राधा-कान्हा संग

और भर लो रूह में रंग-सुगंध।

थोड़ा रंग-अबीर आपके गालों पर और ढेर सा आपकी ज़िंदगी में। ज़िंदगी रंगों और ख़ुशियों से गुलज़ार रहे! होली की हार्दिक शुभकामनाएँ।

कभी कह दिया होता

कभी कह दिया होता तो अच्छा था कि

जिन सवालों के जवाब मालूम हैं

और जवाब पसंद नहीं।

उन सवालों को ना पूछ।

कुछ वहम, कुछ यक़ी का ख़ुशनुमा रंग

ज़िंदगी को गुलज़ार

बनाए के लिए भी चाहिए।

दिल में होली सी रंगीनियत बनाए

रखने के लिए कैफ़ियत भी चाहिए।

#TopicByYourQuote

रो देती है रात

कितने ख़्वाब सजाती है रात।

लोगों के टूटते ख़्वाबों को देख रो देती रात।

कई अफ़साने-ए- इश्क़ बिखरते देख,

टूटे दिलों को, पीते अश्क देख,

रो देती है, अंधेरी से अंधेरी रात।

धोखा देने वालों की चैन की नींद देख,

रश्क से भर रो देती है चाँदनी रात।

हर पत्ते पर शबनम की बूँदें गवाह है

रजनी….रात के आँसुओं के, कि

दूसरों के दर्द से भर रो देती है रात।

TopicByYourQuote

मन का अँधेरा

मन के अंधेरे को दूर करने के लिए,

आशा का इक चराग़ काफ़ी है।

हौसले की कौंधती बिजली,

कुछ उम्मीद की किरणें

शीतल चाँद की चाँदनी काफ़ी हैं।

कितनी भी अँधेरी रात हो,

रौशन करने को इक आफ़ताब काफ़ी है।

मन के अंधेरा दूर करने के लिए

मन में, टिमटिमाते सितारे सा उल्लास काफ़ी है।

#yourQuoteTopic

ज़ख़्म भरने की कोशिश

कोशिशें नाक़ाम होगी, किसी की आँखें में भरे अश्क़

औ रूह में भरे दर्द के समंदर को नापने की।

मैं इसकी नाकाम कोशिश हूँ और मेरी गहराईयाँ

गवाह है इसकी, हिलोरे लेते समंदर ने कहा।

बस मलहम लगाने की कोशिशें काम आती है।

इसलिए मैं अपनी लहरों से ज़ख़्म भरने की

कोशिश में लगा रहता हूँ धरा की।

Positive Psychology-

If someone is in pain. Don’t dig deeper. Let it heal.
Instead of showing sympathy, be empathetic. Put yourself in their shoes as empathy is ability to identify with a person.

चाँद और सितारे

जब अपनी चाँदी सी सुकून भरी चाँदनी भर देता हैं चाँद,

खुली खिड़कियों से कमरे में।

तब हम अक्सर गुफ़्तगू करते हैं चाँद और सितारों से।

वातायन से झाँकता चाँद हँस कर कहता है,

दूरियाँ-नज़दीकियाँ तो मन की बातें है।

कई बार लोग पास हो कर भी पास नहीं होते।

रिश्तों में बस शीतलता, सुकून और शांति होनी चाहिए।

देखो मुझे, जीवन में घटते-बढ़ते तो हम सब रहते हैं।

मुस्कुरा कर सितारों ने कहा हैं-

याद है क्या तुम्हें?

हमें टूटते देख दुनिया अपनी तमन्नाएँ औ ख़्वाहिशें

पूरी होने की दुआएँ माँगती है, हमारा टूटना नहीं देखती।

फिर भी हम टिमटिमाते-खिलखिलाते रहते हैं।

कभी ना कभी सभी टूटते औ आधे-अधूरे होते रहतें हैं।

बस टिमटिमाते रहो, रौशनी और ख़ुशियाँ बाँटते रहो।

क्योंकि सभी मुस्कुराहटों और रौशनी की खोज़ में है।

When ideas are born!

Be alone, that is the secret
of invention; be alone, that
is when ideas are born.

Nikola Tesla

चूना लगाना

पान पर चूना लगाते लगाते

कई लोग अपनों को चूना लगाने लगते हैं ।

वे यह भूल जाते हैं कि पान पर अधिक चूना,

खाने वाले के मुँह में छाले कर देता हैं

और गाल के अंदर नरम परतों

को काट देते हैं ।

वैसे हीं अपनों को लगाया चूना

रिश्तों को काट देता हैं।

#topicByYourQuote

शुभ महिला दिवस Happy women’s Day!

जिस देश में देवताओं ने भी लिये नारी रूप।
शिव अर्धनारीश्वर बने ।
गोपी बन गोपेश्वर कहलाए।
संदेश दिया – शिवत्व पाने की राह है,
नारीत्व और पुरुषत्व गुणों का योग।
विष्णु तीन बार मोहिनी बने।
जीवन और सृजन का आधार है मातृशक्ति।
लक्ष्मी, सरस्वती, काली को पूजतें हैं,
हम शक्तिरूपा रूपा मान।
फिर ऐसे देश में क्यों मनातें हैं महिला दिवस?
उम्मीद है नर-नारी में समानता जल्दी आ जाए,
कि ना मनाना पड़े कभी महिला दिवस। !

दिलचस्प तथ्य और पौराणिक कथाएँ-

शिव – कहते हैं सृजनात्मक शक्ति विकास के लिए ब्रह्मा के अनुरोध पर शिव अर्ध नारीश्वर बने। दूसरी बार भी शिव ने नारी रूप लिया ।यह उन्होंने कृष्ण का रास देखने के लिए किया था। वृंदावन में यमुना तट पर शिव गोपी बने और गोपेश्वर कहलाए। शिव ने अर्धनारिश्वर बन बताया, हर व्यक्ति नारीत्व और पुरुषत्व दोनों गुण का योग है। जब व्यक्ति इस योग का तारतम्य और संतुलन बना लेगा , तब शिवत्व पा लेगा।

विष्णु या श्रीहरी – सर्वप्रथम श्रीहरि ने मोहिनी अवतार समुद्रमंथन के दौरान लिया। तब उनके मोहिनी के रूप पर दैत्य इतने मोहित हो गए कि वह अमृत के पीछे न भागते हुए मोहिनी के हाथों अमृत पीने की इच्छा जाहिर करने लगे। लेकिन मोहिनी अवतार में श्रीहरि ने देवों को अमृत और दानवों को सामान्य जल पिलाया।

दूसरा उदाहरण भस्मासुर का मिलता है। जब भस्मासुर को भगवान शिव ने वरदान दिया कि वह किसी पर भी हाथ रखे वो भस्म हो जाएगा। तब कुछ दिनों बाद वह देवी पार्वती पर ही मोहित हो गया। और भगवान शिव पर हाथ रखने की कोशिश करने लगा।

तब श्रीहरि ने मोहिनी अवतार लिया और भस्मासुर के समक्ष नृत्य करने की शर्त रखी और इस तरह नृत्य करते समय ही उसका हाथ उसी के सिर पर रखवा दिया। इस तरह भस्मासुर का अंत हुआ।

तीसरी बार श्रीहरी ने कृष्ण अवतार में मोहिनी बने। महाभारत युद्ध के दौरान अर्जुन के बेटे इरावन ने अपने पिता की जीत के लिए खुद की बलि देने का मन बनाया। बलि देने से पहले उसकी अंतिम इच्छा थी कि वह मरने से पहले शादी करना चाहता था। मगर इस शादी के लिए कोई भी लड़की तैयार नहीं थी क्योंकि शादी के तुरंत बाद उसके पति को मर जाना था।तब भगवान कृष्ण ने मोहिनी का रूप लिया और इरावन से न केवल शादी की बल्कि एक पत्नी की तरह उसे विदा करते हुए बहुत रोए।

The theme of 2022 International Women’s Day is “gender equality today for a sustainable tomorrow”.

ग़लतियाँ

ग़र किसी को ग़लतियाँ सिर्फ़

दूसरों में नज़र आए, अपने आप में नहीं।

तब उनकी सबसे बड़ी गलती यह है कि

वे अपने आप को जानते हीं नहीं,

पहचानते हीं नहीं।

ये दूसरों को क्या पहचानेंगे?

Psychological Fact –

A lack of self-awareness is most significant enemy to self-growth.