फेनिल लहरे

अक्सर ख़ुद को समेटते समेटते

बिखर जाते हैं.

तट से टकराती सागर की

फेनिल लहरों की तरह.

16 thoughts on “फेनिल लहरे

    1. लहरों जब किनारों की ओर पहुँचती है, तब पानी के बुलबुलों से झाग या फ़ेन ( जैसे साबुन से बनता है ) बन जाता है .

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      1. Hmm thanks dost 🙂 hum kabhi beach per nahi gaya

        …ganga me phenil kam keechar jyada aata …

        Sorry for disturbing. ..google search kerna maangta tha 🙂

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      2. Welcome Nimish, अब समुद्र में भी कचरा ज़्यादा है. It’s ok, हर बात के लिए गूगल को disturb क्या करना ? 😂

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