यह सच है कि
काव्य ……कविता …
एक दर्पण है,
जो विकृत को भी सुंदर बना देती है .
पर दरअसल ख़ूबसूरती तो
देखने वालों के नज़र में होती है .
यह तो अपना नज़रिया है
कि हम क्या देखना चाहते हैं.
वरना कड़वाहट, कटुता भरी
कविताएँ भी रची जाती हैं.
Poetry is a mirror which makes beautiful that which is distorted.
Percy Bysshe Shelley