Day: July 29, 2019
ज़िन्दगी के रंग -177
हथेलियों पर रखे थे
चंद नाज़ुक यादों को
सहेज कर.
हवा के झोंके के साथ
रेत सी कहीं सरक गई
ज्योंहीं कोशिश किया
मुट्ठी बंद करने की .
Logo courtesy- Kumar Param, blogger.
हथेलियों पर रखे थे
चंद नाज़ुक यादों को
सहेज कर.
हवा के झोंके के साथ
रेत सी कहीं सरक गई
ज्योंहीं कोशिश किया
मुट्ठी बंद करने की .
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