Be quiet -Quote

Be quiet.

Find acquaintances with silence.

Go inside,

delve into your heart.

Take a day off from the clamor.

~ Rumi

 

 

Image from internet.

यह कहां जा रहे हैं हम? Gender inequality

Vidya Balan lashes out at male fan who touched her without her consent – While speaking to the same online portal, the actress said, “When a stranger puts an arm around you, be it a man or a woman you get uncomfortable because they are intruding into your personal space. We are public figures, not public property.”

TVF molestation case:  50 anonymous harassment complaints against Arunabha Kumar, the founder of The Viral Fever,

 

 

 यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ॥

The divine are extremely happy where women are respected ;
where they are not, all actions (projects) are fruitless.

yatra nāryastu pūjyante ramante tatra devatāḥ|
yatraitāstu na pūjyante sarvāstatrāphalāḥ kriyāḥ ||

वृंदावन की वृध्द विधवायेँ – कविता  Widows of Vrindavan 

( मान्यता हैं कि वृंदावन , वाराणसी आदि में शरीर त्यागने से मोक्ष के प्राप्त होती हैं. इसलिये प्रायः इन स्थानों पर विधवायें आ कर सात्विक जीवन बसर करती हैं अौर अपने मृत्यु का इंतजार करती हैं। यहाँ इन्हें अनेकों बंधनों के बीच जीवन व्यतीत करना पड़ता हैं। इस वर्ष (2016) पहली बार होली खेलने के लिये कुछ मंदिरों ने अपने द्वार इन विधवाओं के लिये खोल दिये. )

वृंदावन और कान्हा की मुरली
सब जानते हैं।
वृंदावन की होली
सब जानते हैं।
पर वहाँ कृष्ण को याद करती
सफेदी में लिपटी विधवाओ की टोली
किसने देखी हैं ?
आज़ जब पहली बार
उन्हों ने खेली फूलों की होली।
सफेदी सज गई गुलाबो की लाली से
कहीँ बज उठी कान्हा की मुरली
उनकी उदास साँसो से।

widows of vrindavan

Source: वृंदावन की वृध्द विधवाये ( कविता )

Images from internet.

Happy Holi

आप सबों के गालों पर मुठ्ठी भर

लाल पीले हरे गुलाबी अबीर-गुलाल.

जो साथ  लाये आप सब के

जीवन में हर रंग की  खुशियाँ !!

ताश के घर House of cards

I saw many humans on whom there were no clothes.

I saw many clothes in which there were no humans.
~ Rumi

 हवा के झोंकों के साथ 

टूटते बिखरते देखा है.

शीशे से भी नाजुक 

ताश के घरों को.

क्यों दूसरों पर वार करते है लोग ?

जब खुद रहते है ताश के घरों  में ?

अनजानी राहें – कविता Untraveled Routes -Poem

Some beautiful paths can’t be discovered without getting lost.

 

कभी-कभी  राहों मे,

खो जाना भी अच्छा है,

कुछ सुंदर नये रास्तों को पाने के लिए ।

खोये  बिना कुछ पाया नहीं  जा सकता।

अपने आप को भी भूल जाना

कभी-कभी अच्छा है

बहुत कुछ नया पाने के लिए।

Image from internet.

The moon !!

If you want the moon ,

Do not hide from the night,

If you want a rose ,

Do not run away from the thorns,

If you want to love ,

Do not hide from yourself .

~ Rumi

 

 

 

Image from internet.

कन्या पूजन ( कविता )

बस एक पुरानी कविता आज के दिन को समर्पित है !!!!

अखबार के पन्ने  रंगे हैं ‘हैप्पी विमेंस डे’ की

बधाईयों  से,

लेकिन इन खबरों को पढ़ने के बाद

क्या लिखा जाए और क्यों लिखा जाए?

 

Todays News – The Indian Express wed, MARCH 8, 2017

  1. 19 foetuses found: homeopath held, police say he has confessed.
  2. women dies in botched-up abortion.
  3. sold to a brothel at 12, she fought diseases, poverty, but hung on to hope.

 

नवरात्रि की अष्टमी तिथि ,
प्रौढ़ होते, धनवान दम्पति ,
अपनी दरिद्र काम वालियों
की पुत्रियों के चरण
अपने कर कमलों से
प्यार से प्रक्षालन कर रहे थे.

अचरज से कोई पूछ बैठा ,
यह क्या कर रहें हैं आप दोनों ?

अश्रुपूर्ण नत नयनों से कहा –
“काश, हमारी भी प्यारी संतान होती.”
सब कुछ है हमारे पास ,
बस एक यही कमी है ,

एक ठंडी आह के साथ कहा –
प्रायश्चित कर रहें है ,
आती हुई लक्ष्मी को
गर्भ से ही वापस लौटाने का.

Source: कन्या पूजन ( कविता )

Happy Women’s Day

God, take my soul to that place, where I may speak without words.
~ Rumi

 

My research work was based on ‘educated Indian women’.  I met 400+  women and applied various Psychological tests and questionnaire on them.  

Many of them shared their stories and sorrows with me . It took me to an entire different world. A Hidden World !!!  as our society’s taboos do not allow them to openly  discuss their issues………. 

In the changing social scenario, I feel, still things have not changed much for them. Can we progress by leaving almost,  fifty percent of god’s best creation  behind??

मेरे पी एचङी यानि शोध  के अध्ययन  का विषय ‘भारतीय पढ़ी लिखी महिलाएं’  थीं। इस काम के लिए मैं 400 से ज्यादा महिलाओं से मिली और उनके बहुत से मनोवैज्ञानिक टेस्ट लिये।  मेरी नज़रों के  सामने महिलाओं की दुनिया का एक नया नजारा आया। अक्सर हम ऊपर से दिख रही  दुनिया को ही सच  मानते हैं, पर जब सच्चाई की चादर हटती है तो बहुत से दर्द अौर तकलीफ भरी बातें नजरों के सामने आती है। जिन्हें कहने के लिये मेरे पास शब्द कम पङते हैं।

उन की जिंदगी की कहानियाँ सुनी। जिसे वे समाज के  बंदिशों की वजह से बताने में हिचकिचाती हैं। मेरे इस ब्लॉग के लगभग सारे पोस्ट महिलाअों की सच्ची कहानियां या अनुभव से प्रेरित है। अौर कुछ मेरे अनुभव है मेरी जिंदगी के । आप उस दर्द को कविताअों और कहानियों में महसूस कर सकते हैं।

दुनिया तेजी से बदल रही है, पर मुझे आज भी महिलाअों की स्थिती में ज्यादा बदलाव नज़र नहीं आता है।  मैं  यह कभी नहीं समझ पाती हूँ कि अपनी  लगभग, आधी आबादी को…… ईश्वर की सर्वोत्तम कृति को पीछे छोङ कर कितना आगे जा सकते हैं हम ????

 

वह कौन थी?

जिन्दगी में उलझी-उलझी

सब कुछ सुलझाने की कोशिश में,

बहुत कुछ झेलती हुई

जिन्दगी के सैकङो रंगों से खेलती हुई

खङी

कुछ परेशान, कुछ हताश,

फिर भी हँसती सी।

वह कौन है?

??????

  नारी …

 

 

images courtesy internet.

 

 

 

 

जिंदगी के रंग- कविता 15

News PUNENewsline , Tuesday, MARCH 7, 2017

SSC Exam, Fearing paper leak cases,

 

फिसलते हुए वक्त को रोकना बस में नहीं है

जितना पकड़ो,

रेत की तरह मुट्ठी से रिस जाता है

बस बदलता ही रहता है  यह वक्त,

जिंदगी के  नये नये  परीक्षाअों  के साथ।

कितना भी पूछ लो पंडित नजूमियों से आगे क्या होगा???

कोई जवाब नहीं मिलता,

वक्त अौर जिंदगी में आगे क्या होगा ?

पर यह इंसान भी क्या चीज है,

खुद ही परीक्षा लेता है अौर

अक्सर  परीक्षा के पर्चे, परीक्षा से पहले

चंद सिक्कों के लिये  बेच दिया करता  हैं…………