चमगादड़ और चीन- आओ थोड़ा हँस लें !

शाम के धुँधलके में एक बड़ा चमगादड़,

अपने विशाल पंख फैलाए,

इतराता, उड़ता हुआ ऐसे गुज़रा,

जैसे रातों का राजा हो …..

कहा हमने – बच्चू यहाँ हो इसलिए इतरा रहे हो,

चीन में होते तो सूप के प्याले में मिलते …….

पास के पेड़ पर उलटा लटक कर वह हँसा और बोला-

हम भी कुछ कम तो नहीं.

एक झटके में सारी दुनिया  उलट-पलट दी.

अब चमगादड़ का सूप पीनेवालों को

अपनी छोटी-छोटी पैनी आँखों से चिकेन भी चमगादड़ दिखेगा.

 

 

ज़िंदगी के रंग -200

  ज़िंदगी बङी  सख़्त और ईमानदार गुरु है.

अलग-अलग तरीक़े से पाठ पढ़ा कर इम्तिहान लेती है…..

और तब तक लेती है,

जब तक सबक़ सीख ना जाओ.

अभी का परीक्षा कुछ नया है.

रिक्त राहें हैं, पर चलना नहीं हैं.

अपने हैं लेकिन मिलना नहीं है.

पास- पड़ोस से घुलना मिलना नहीं है.

इस बार,

अगर सीखने में ग़लती की तब ज़िंदगी पहले की तरह पाठ दुहराएगी नहीं …

और फिर किसी सबक़ को सीखने की ज़रूरत नहीं रह जाएगी.

कोरोना के टेस्ट में फ़ेल होना हीं पास होना है.

पर किसी के पास-पास नहीं होना है.

चीन की दीवार – आओ थोड़ा हँस लें!

एक बात अब समझ आई, चीन की दीवार जिसने भी बनाई थी. बड़ी समझदारी का काम किया था. दीवारें काफ़ी जगहों से टूट-फूट रहीं हैं. सभी को मिल कर बनाना होगा, शायद पहले से भी मज़बूत, पहले से भी ऊँची.

Stay happy, healthy and safe- 2

Our greatest happiness does not depend

on the condition of life

in which chance has placed us,

but is always the result of a good conscience,

good health, occupation, and freedom in all just pursuits.

Image courtesy – Aneesh

Thomas Jefferson

I swear !

I swear, since seeing Your face,

the whole world is fraud and fantasy

The garden is bewildered as to what is leaf or blossom.

The distracted birds

can’t distinguish the birdseed from the snare.

A house of love with no limits,

a presence more beautiful than venus or the moon,

a beauty whose image fills the mirror of the heart.

Rumi, The Divani Shamsi Tabriz XV