हौसलों के समंदर

दिल की गाँठों में

दर्द को बाँधे रखने

से अच्छा है,

खोल देना…..

आशा और हौसलों के

समंदर में दर्द बह जाएगा .

17 thoughts on “हौसलों के समंदर

  1. जहां उम्मदी और हौसला हो वहां दर्द होता कहाँ है। बहुत खूब ।। व कहा और कब बह जाता है पता नही चलता।

    Liked by 2 people

Leave a reply to Ayaan Cancel reply