ना जाने कैसी राहों से
गुज़र रही है ज़िंदगी
अनमने चलते रहे ….
कई बार बताए गए रास्ते
पर चलते चलते ग़लत जगह
पहुँच जाती हैं ज़िंदगी .
तब लगता है –
काश दिल की आवाज़ सुनी होती ,
शायद सही मंज़िल मिल जाती.
अभी तो लापता हैं…खो गए हैं,
भटके हुए राहों पर …….

ना जाने कैसी राहों से
गुज़र रही है ज़िंदगी
अनमने चलते रहे ….
कई बार बताए गए रास्ते
पर चलते चलते ग़लत जगह
पहुँच जाती हैं ज़िंदगी .
तब लगता है –
काश दिल की आवाज़ सुनी होती ,
शायद सही मंज़िल मिल जाती.
अभी तो लापता हैं…खो गए हैं,
भटके हुए राहों पर …….

Kabhi lagta h dimag ki sun lete to acha tha bs isi kashmkash me jindagi gujar jati h
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बिलकुल सही कहा. यह उलझन सचमुच बड़ा उलझाती है.
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Thank you
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Beautifully written.
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Thank you 😊
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Welcome,dear!!
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Lovely,my dear!!
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Thank you
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Welcome,dear!!
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