माला तो कर में फिरे, जीभ फिरे मुख माहि |
मनुआ तो चहुं दिश फिरे, यह तो सुमिरन नाहि ||
The rotating rosary by the hand,
(or) the tongue twisting in the mouth,
With the mind wandering everywhere,
this isn’t meditation (Oh uncouth!).
~~ Kabir
माला तो कर में फिरे, जीभ फिरे मुख माहि |
मनुआ तो चहुं दिश फिरे, यह तो सुमिरन नाहि ||
The rotating rosary by the hand,
(or) the tongue twisting in the mouth,
With the mind wandering everywhere,
this isn’t meditation (Oh uncouth!).
~~ Kabir
61 MORE KIDS DIE IN LAST 72 HOURS AT GORAKHPUR HOSPITAL
Farrukhabad: 49 infants die in UP hospital
गोरखपुर में 72 घंटे में 46 बच्चों की मौत
अब फर्रुखाबाद में 49 बच्चों की मौत
हर रोज नन्हें बच्चों के मृत्यु की खबरें
दहशत पैदा कर रहीं हैं ।
कौन सी आसुरी वृत्ति इनके मौत का कारण है?
द्वापर युग में
मथुरा राज कंस ने आकाशवाणी सुनी –
देवकी का आठवाँ बालक उनका वध करेगा।
कुपित क्रूर कंस ने
देवकी के समस्त संतानों को मार ङाला।
आठवीं कन्या को मारना चाहा ,
तब वह
काली रुपा आसमान में जा कर बोल पङी —
“तुझे मारने वाला तो जन्म ले चुका है।”
मृत्यु भय ग्रस्त कंस ने सभी
नवजात शिशुओं को मरवाना शुरु कर दिया।
क्या आज फिर उसी कुकाण्ङ की पुनरावृत्ति हो रही है?
बढ़ते पाप – अनाचार के नाश अौर
धर्म की स्थापना के लिये,
मस्तक पर मोर मुकुट
वक्षस्थल पर कौस्तुभ मणि धारण करने वाले विष्णुवतार
कृष्ण ने क्या फिर कहीं जन्म लिया है?
यह ताङंव रुकेगा क्या?