रात जागती रही
जागते ख्वाब पलकों के दर पर
इंतज़ार करते रहे…….
पुनम की रात सागर की ऊँची लहरें
चाँद को चूमने की कोशिश
करते करते हार कर सोने लगी……..
पूनम के पूरे चाँद के फिर आने के इंतज़ार में .
और चाँद धीरे-धीरे
जल कर अमावस हो गया ……….
रात जागती रही
जागते ख्वाब पलकों के दर पर
इंतज़ार करते रहे…….
पुनम की रात सागर की ऊँची लहरें
चाँद को चूमने की कोशिश
करते करते हार कर सोने लगी……..
पूनम के पूरे चाँद के फिर आने के इंतज़ार में .
और चाँद धीरे-धीरे
जल कर अमावस हो गया ……….