सुकून और ख़ुशियाँ

ऐसा होता तो वैसा होता।

वैसा होता तो अच्छा होता।

अगर मन की बातें होतीं

कैसे मालूम कैसा होता?

कौन जाने क्या होता?

शायद यही सबसे अच्छा है?

अपने मन की बातें जाने दो।

बातें जैसी है वैसे स्वीकार कर लो,

ग़र ख़ुशियाँ और सुकून चाहिए।

Do not worry that your life is turning

upside down. How do you know the

side you are used to is better than

the one to come?

~ Rumi

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