
उम्मीदों की शाख़ पर
आफ़ताब को गले लगाने की ज़िद्द ना कर।
महताब को पाने की ज़िद्द ना कर।
ज़िंदगी हमेशा हसीन कहानी सी हो
यह साजिद ना कर।
ज़िन्दगी कभी मिले राहों में,
उससे बातें कर।
बतायेगी, उम्मीदों की शाख़ पर, नई राह पर,
नये आरजूओं का सफ़र है ज़िंदगी।
वाह, बहुत सुंदर।
LikeLike
यह काफी है
छोटी रोशनी
अपने आप में
पहनने के लिए
यह उसके बारे में नहीं है
शुभकामनाओं और आशाओं के पीछे भागना
रोजमर्रा की जिंदगी की कठिनाइयों को सहन
सपने में आपकी आत्मा आपसे क्या कहती है, इसे सुनें
वह आत्मा
ही हमारे रास्ते तय करता है
नहीं कि
क्या
एक सूर्य राजा
एक भविष्यवक्ता आप में अपनी हठधर्मिता ढोलता है
LikeLike