फ़िक्र

फ़िक्र में डूबे हुए क्यों हैं हम?

अपने वजूद की अहमियत छोड़?

फ़िक्र में डूबे दिलो-दिमाग़

और भटकते ख़्वाब

सुकून कैसे पहुँचाएगें?

क्यों गँवानी आधी ज़िंदगी

फ़िक्र के अंधेरे में?

जहाँ ना पता चले

रौशनी और बहार

कब आए कब गये?

Psychological fact

Overthinking is caused by a single emotion: fear. When you focus on all the negative things that might happen,

दर्द की कायनात

दर्द की कायनात और

हिसाब भी कुछ अजीब है।

क़र्ज़ की तरह बढ़ता है।

ना तरकीब किश्तों की,

ना सूद-ब्याज का हिसाब।

ना ठहरता है

ना गुजरता है।

हँस कर छलो तो दर्द बढ़ता है।

जितना भागो, पकड़ता है।

दर्द कहाँ ले जाता है?

यह तय है ज़िंदगी

की राहें और लोगों

को बदलता है।