आईने से दोस्ती काम नही आती.
कल तक तो बड़ा मुस्कुरा रहा था.
आज, हौसला देने के बदले
ख़ुद भी रोने लगता है.
आईने से दोस्ती काम नही आती.
कल तक तो बड़ा मुस्कुरा रहा था.
आज, हौसला देने के बदले
ख़ुद भी रोने लगता है.
हाल कुछ वैसा है जैसे-
चट्टानों और किनारों पर सर पटकता
सागर सुकून और शांति खोज रहा हो .