बिना मुझसे पूछे,
बिन मेरे अनुमति।
तुमने मेरे पत्थरों से
बनाया था आशियाँ अपना।
बस मैं उसे हीं वापस ले जा रही हूँ,
अपनी बहती धार में।
तब तुम शक्तिशाली थे।
आज़ मैं प्रचंड हूँ।
बिना मुझसे पूछे,
बिन मेरे अनुमति।
तुमने मेरे पत्थरों से
बनाया था आशियाँ अपना।
बस मैं उसे हीं वापस ले जा रही हूँ,
अपनी बहती धार में।
तब तुम शक्तिशाली थे।
आज़ मैं प्रचंड हूँ।
कुछ लोग समझते हैं,
जिस की जब चाहें तौहीन कर सकते हैं।
क्यों इतना अहंकार?
भूलते है, अपनी रुसवाई कैसी लगती है?
भूल जातें हैं, जो देंगे वह वापस पाएँगे।
भूल जातें हैं उनसे बड़ा होगा कोई।
भूल जातें हैं, हो जातें है छोटे लोगों की नज़रों में।
भूल जाते हैं, ना ज़मीं कम है ना आसमाँ।
मौन अवज्ञा झेलने वालों का न्याय
ऊपर वाला ले लेता हैं हाँथो में अपने।
Psychology- Understanding behaviour
Generally people insult others because
they are insecure and immature. They want
to put you in your place. They’ll give you the
cold shoulder. This is emotional abuse.
Take a gentle approach to make them
understand or Ignore it until it blows over.