इन्सान की क़ीमत इतनी कम क्यों है?
युगों-युगों से चले आ रहे रस्मों-रिवाजों को बदल कर,
अपने शरीर का दान करना सरल नहीं होगा.
जन कल्याण के लिए बॉडी डोनेशन करने वाले
इन दधीचियों का ऐसा हश्र ?
इन्सान की क़ीमत इतनी कम क्यों है?
जीवन में और जीवन के बाद भी?
किवदंति – दधीचि ने अपने शरीर / अस्थियों का दान, इन्द्र के अनुरोध पर, लोक कल्याण के लिये किया था। क्योंकि ब्रह्म तेज़, महर्षि दधीचि के हड्डियों से बने वज्र से राक्षस वृत्रासुर का संहार संभव था।
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