हम मानव भी कितने विचित्र है?
जिससे बिना शर्त सब कुछ पाते हैं,
उसका भी सम्मन नहीं करते .
धारती, पहाड़ , अंतरिक्ष . सागर
सभी को दूषित और गंदा कर दिया है.
हम मानव भी कितने विचित्र है?
जिससे बिना शर्त सब कुछ पाते हैं,
उसका भी सम्मन नहीं करते .
धारती, पहाड़ , अंतरिक्ष . सागर
सभी को दूषित और गंदा कर दिया है.
जब जब हम किसी बंद दरवाजे के पीछे अटक जाते हैं।
आंखों के आगे पड़े परदे के पीछे भटक जाते हैं।
तब तब क्षितिज के पार से कोई तो हमें राह दिखाता है……
Omar Khayyam, a celebrated Persian mathematician, poet, philosopher, and astronomer. Khayyam best known for his work on the classification and solution of cubic equations,
― Omar Khayyâm
translated by Rekha Sahay
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