कुछ लड़ाई-झगड़े
मोहब्बत भरें होतें है।
ग़र नाराज़गी में मीठास,
ग़ुस्से में प्यार,
लहजे में अपनापा हो।
तो रिश्तों की ख़ुशबू
फैलती रहती है।
कुछ लड़ाई-झगड़े
मोहब्बत भरें होतें है।
ग़र नाराज़गी में मीठास,
ग़ुस्से में प्यार,
लहजे में अपनापा हो।
तो रिश्तों की ख़ुशबू
फैलती रहती है।