Happy Mother’s Day

तारीख़

साल, दिन, महीने, तारीख़ें आतीं हैं …जातीं हैं…..

कुछ यादें कहीं किसी तारीख़ में अंटक जाती हैं.

man’s own mind

It is a man’s own mind,

not his enemy or foe,  

that lures him to evil ways.

Buddha 🌈

ज़िंदगी के रंग -150

वजूद है मेरी कुछ उलझी , कुछ सुलझी

अटकी इक तारीख़ के साथ.

जिसके आने का इंतज़ारों रहता

है और जाने का भी, यादों को झिंझोड़कर .

तुमसे बस यही पूछना था …..

जाने से पहले याद किया था क्या ?