नीड़

बया की तरह झूमता झूलता नीड़ बनाया.

मोरपंखियों से सजाया

काल वैशाखी …. काल के क्रूर तेज़ तूफ़ानों

ने पल भर में …..

तहस -नहस कर

नीड़ उजाड़ दिया .

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