वसंत बहार – कविता Spring- poetry

“Faith is the bird that feels the light and sings when the dawn is still dark.”
― Rabindranath Tagore

सारे पत्ते पीले पङ,

झङ गये,  मृत सूना सा,

खङा रह गया पेङ।

पतझङ ने ङरा दिया।

ऐसे हीं हम दुखों से ,

ङर जाते हैं।

यह तो खुशियों के आने से पहले की तैयारी है।

पतझङ के बाद  फूलों से भरे वसंत  बहार जैसा।

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