

दिल में छुपा दर्द , ग़ुबार
फट पड़ा ज्वालामुखी बन .
पीड़ा से भर आँसुओं की लहरे
समुद्र के किनारों पर
सर पटकने लगीं सुनामी बन !
हम अपने आपदा, कष्ट, क्षति, दुःखों की बातें कर रहे हैं
उसका दर्द, उसकी प्रकृितक क्रोध कोई क्यों नहीं समझता ?
वह भी टूटी, उसे भी क्षति पहुँची
वह हमेशा सहनशील धरित्री हीं क्यों मानी जाती है ?
Child of Krakatoa’, the lava bomb-hurling volcano that triggered Indonesia’s latest deadly tsunami – JAKARTA : The volcano that apparently triggered a deadly tsunami in Indonesia late Saturday emerged from the sea around the legendary Krakatoa 90 years ago and has been on a high-level eruption watch list for the past decade.
At least 373 people were killed . At least 373 people were killed and many buildings were heavily damaged when the tsunami struck, almost without warning, along the rim of the Sunda Strait between Java and Sumatra islands late on Saturday.
जानकारी के मुताबिक क्रैकटो ज्वालामुखी के ‘चाइल्ड‘ कहे जाने वाले अनेक ज्वालामुखी के फटने से से यह सुनामी आई है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस द्वीप का निर्माण क्रैकटो ज्वालामुखी के लावा से हुआ है। इस ज्वालामुखी में आखिरी बार अक्टूबर में विस्फोट हुआ था। सुनामी में दर्जनों इमारतें बह गईं, जबकि समुद्र में मौजूद कई नावें भी लापता हैं। सुनामी से प्रभावित इलाकों में पैंनदेंगलैंग, सेरांग,और दक्षिण लाम्पुंग के इलाके शामिल हैं. ये क्षेत्र सुंदा स्ट्रेट में पड़ता है। सुतपाओ ने बताया कि सुनामी आने से पहले समुद्र की तटहटी में भौगोलिक हलचल हुई। इसकी वजह से कुछ ही देर पहले Anak Krakatau ज्वालामुखी में विस्फोट हुआ और समुद्र की तलहटी में लैंडस्लाइड हुआ इसके बाद Anak Krakatau ज्वालामुखी सक्रिय हो गया, फिर समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। मौसम विभाग के मुताबिक सुंदा स्ट्रेट के कई इलाकों में सुनामी का प्रभाव है। प्रशासनिक अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। साथ ही कई लोगों के सुनामी में गायब होने की भी रिपोर्ट है।

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