अपराजिता

माटी में अपराजिता के

सफ़ेद , बैंगनी , नीले फूलों

के बीजों ने इकट्ठे…….

आपस में किया कुछ गुफ़्तगू .

शायद उनमें प्यार हो गया .

रंग लिया अपने को

एक दूसरे के रंगों में .

(मान्यता है आयुर्वेदिक  अौषधिय पौधा  कृष्णकांत / कोयल / आपराजिता /विष्णुकांता / गोकर्णी का नीला पुष्प दुर्गा, नवदुर्गा, काली,  शनि और सफेद  पुष्प शिव को प्रिय हैं. अौर यह जहाँ होता है उसे पराजित नहीं किया जा सकता है,)

Images – Rekha Sahay.

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