रोहिंग्या इस्लाम को मानने वाले म्यांमार के अराकान प्रांत में रहने वाले लोग हैं।
The Rohingya people, historically also termed Arakanese Indians are a stateless, Indo-Aryan people from Rakhine State, Myanmar.
दुनिया में बस हम ही हम हों …..
ये कैसी सोंच है ??
कुछ कारण नहीँ समझ आता इसका .
धरती गगन ने ढेरों रंग दिये .
ईश्वर ने भी नहीँ सोचा – एक ही रंग में हो दुनिया.
फ़िर हम में इतनी निर्दयता -असहनशीलता क्यों ?
धर्म , रंग, भाषा , जाति …….के नाम पर ?
किसी को ख़त्म कर भी दिया तो क्या मिलेगा ?
किसने सही किया ?
ईश्वर ने विविधता दे कर या
मानव ने अपनी क्रूरता दिखा कर …..??
ईश्वर या कुदरत ने तो कुछ भी ग़लत नहीं किया है रेखा जी । ये भेदभाव और इनकी बुनियाद बनी मजहबी दीवारें तो इंसानों ने ही खड़ी की हैं । आज तो इंसान को इंसान मानने वाले ढूंढने मुश्किल हो गए हैं । हर जगह इंसानों को अलग-अलग फिरकों में बाँटा जा रहा है, सच पूछिए तो बाँटा जा चुका है । मुहब्बत करना गुनाह मान लिया गया है और नफ़रत करने की सब को खुली छूट मिल गई मालूम होती है । अब मुझ जैसे इंसानियत के तरफ़दार लोग तो बस इस शेर को ही याद करते हैं : बड़ी मुश्किल से ऐसे लोग मिलते हैं जमाने में जो गाफ़िल कहकहों में चश्म-ए-नम की बात करते हैं; वहीं है मरक़ज़-ए-काबा, वहीं है राह-ए-बुतखाना, जहाँ दीवाने दो मिलकर सनम की बात करते हैं ।
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आपके विचार अौर शेर दोनों बहुत अच्छे लगे जितेन्द्र जी। दुनिया के हर कोने में यही हो रहा है. क्या आपस में लङ कर हम खत्म होना चाहते हैं?
Iraq ,Venezuela ,Nigeria, Syria अौर ना जाने कितने देशों में ऐसा हीं कुछ ना कुछ चल रहा है। जिसमें इंसानियत नहीं दिखती है।
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Lovely!
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Thank you.
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beshaq main Aadam or Hawwa ki Aulad hun
magar Mere nafs ne mujhe khemo me baant rakha hai
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sahi kaha Danish. isliye aaj insaaniyat ki kimt hi nahi hai. Shukriya.
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Thought provoking poem on the ongoing crisis!
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Thank you dear.
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krurta kahi bhi jaayaj nahi chaahe kisi par bhi kyun naa ho……..
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yah baat sab mante nahi. kaassh log yah samaje.
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Bahut hi sachi aur aapki bahaduri aur door drishta darsata h post, ma’am.
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Dhanyvaad , taarif ke liye. Mujhe aksar lagataa hai itna civilized hone ke baad bhi ham logo me animal instinct strong hai.
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Sahi vichaar h ma’am apka.
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Aabar aapka.
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मन को छू लेने वाले शब्द!
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बहुत धन्यवाद !!!
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बहोत उम्दा
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शुक्रिया !!!
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