लोगों को दिलासा देते समय,
कभी ख़्याल आया नहीं अपने दिल
को भी दिलासा देना चाहिए।
महसूस हुआ था माहिर हो गए हैं,
हँस-हँस कर,
दर्द अपनी मुस्कुरहटों के पीछे छुपाने में।
पर तुम हकीम -वैध-डॉक्टरों ने तो
मर्ज़ और मरीज़ को नाम भी दे दिया –
एक्सेडेंटेसियास्ट! वे लोग जो
मुस्कान के पीछे दर्द छुपातें है।
तुम्हारी,
दर्द-ए-दिल
*दर्द-ए-दिल – heart’s grief, heart-ache, grief.
*Eccedentesiast – A person who hides pain
behind a smile. एक्सेडेंटेसियास्ट – एक व्यक्ति जो
मुस्कान के पीछे दर्द छुपाता है।
Topic by- YourQuote
HAPPY DOCTOR’S DAY!!!