मेहंदी के रंग से लम्हे

जो सिर्फ़ अपनी ख़ुशबू छोड़ गए, काश़ वे लम्हें

मेहंदी के रंगों की तरह हथेलियों में रच बस जाते.

2 thoughts on “मेहंदी के रंग से लम्हे

    1. शुक्रिया जितेंद्र जी.
      दिल की बात लिखने के बाद ख़्याल आया, मेहंदी की रंगत भी कुछ ही दिन साथ निभती है. ज़िंदगी ऐसी हीं होती है.

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