गाथाएँ : चाँद-तारा का प्रेम प्रतीक ‘बुध’

एक ही साथ नभ में छिटके चाँद और तारा की प्रेम कथा सनातन और सदियों पुरानी हैं. दोनो में प्रेम हो गया . रात में छिटकी चाँद की रौशनी और प्रणय में डूब वृहस्पति की पत्नी तारा अपने प्रिय चंद्रमा के अंक में खो गई. उनके प्रेम चिन्ह के रूप मेंजन्म लिया बुध ने .

वृहस्पति अपनी पत्नी के इस धोखे और इस कटु सत्य से व्यथित हो गए और बुध को नपुंसक – ना नर ना नारी रहने का श्राप दे बैठे .

पारिवारिक जीवन व्यवस्था को बनाए रखने के लिए देवराज इंद्र ने तारा को चंद्रमा के पास वापस पति वृहस्पति के पास भेजा और उसके संतान का पिता वृहस्पति को माना.

तब से वैदिक नियम में विवाह के द्वारा पितृत्व का निर्धारण का नियम बना. साथ ही बुध को नपुंसक ग्रह माना जाने लगा.

Kabir : The songs of a weaver – 2

When greed hits you like a wave,

you don’t need water to drown.

Whether it is a king or his throne,

or a pretty Queen,

chanting Pandit, Or a

Miracle working Yogi,

they will all die by drowning

In a waterless sea.

Who survives?

The ones whose minds, Kabir says,

are tied to god / Almighty.

Translated by : Vinay Dharwadker

Terms used in the field of hackin

ज़िंदगी के रंग -90

बातों और अनदेखी करनेवाली निगाहों

से भी चोटे लगती है .

दर्द तो ठीक भी हो जाते है ,

पर रह जाती है टीसे और निशान

याद दिलाने के लिए .

पूरी ज़िंदगी लग जाती है

कभी ना मिटने वाले, ऐसे निशान,

मिटाने के लिए .

Path to love

Let us carve gems

out of our

stony hearts

and let them

light our path to love.

Rumi ❤️❤️

अपने

कुछ अपने हैं,

इसलिये चुप हैं.

कुछ चुप हैं,

इसलिये अपने हैं.

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