ज़िंदगी के दो छोरों
को बाँधने की कोशिश
ना करना.
हमने इस कोशिश में
जाया किया है
सुनहरे पलों को.
और हाथ आया सिफ़र .
यह तो वह बहाव है .
जो अपना रास्ता
ख़ुद ही ढूँढ लेती है .

ज़िंदगी के दो छोरों
को बाँधने की कोशिश
ना करना.
हमने इस कोशिश में
जाया किया है
सुनहरे पलों को.
और हाथ आया सिफ़र .
यह तो वह बहाव है .
जो अपना रास्ता
ख़ुद ही ढूँढ लेती है .

बहुत खूब लिखा है आपने।
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शुक्रिया 😊
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Waah kya bat h
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Dhanyvaad!!!!
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