दिल की आवाज़- खुद को जीत ले !

आंखें बंद कर,

दिल पर हाथ रखकर प्रश्न पूछा .

दिल ने जवाब दिया

हजारों लड़ाईयाँ जीतने से बेहतर है

खुद को जीत ले फिर,

खुशियाँ, प्यार, शांति का महत्त्व समझ आएगा .

हमें बस वही चाहिए .

वह तो तुम्हारे दिमाग़ का सब्ज़ बाग़ है

कि शक्ति और हथियार शांति लाते हैं.

सब जीतकर सम्राट अशोक यही खोजते रहे.

सब राजसी सुख त्याग बुद्ध यही ज्ञान बाँटते रहे .

11 thoughts on “दिल की आवाज़- खुद को जीत ले !

    1. बहुत शुक्रिया इला . मैंने देखा है अक्सर सरल शब्द हीं सरलता से दूसरों के दिलों तक पहुँचते हैं. 😊

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