ज़िंदगी के रंग – 162

दिल टूटने से रोना क्या ?

राहें रोकने वालो से डरना क्या ?

बाँस दिल छू जाती हवाओं को

बाँसुरी बन सुरीला बना देता है .

झरने राह रोकती चट्टानों पर

गिर कर भी कलकल की संगीत बना देते हैं.

शक्ति नहीं, हस्ती और आत्मबल अनमोल होती है .

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