ज़िंदगी के रंग- 92

दिल के कुछ ऐसे

गहरे, अनदेखे..धुँध भरे

कोने भी हैं,

जहाँ ढेरों यादें

ढेरों बातें

बसे है …..

कहीं गहरे अँधेरा में .

क्योंकि वहाँ

सूरज हीं नहीं चमकता .

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