हरिवंशराय बच्चन

हारना तब आवश्यक हो जाता है

जब लड़ाई “अपनों” से हो !

और जीतना तब आवश्यक हो जाता है

जब लड़ाई “अपने आप ” से हो ! !

मंजिले मिले , ये तो मुकद्दर की बात है

हम कोशिश ही न करे ये तो गलत बात है

किसी ने बर्फ से पूछा कि,

आप इतने ठंडे क्यूं हो ?

बर्फ ने बडा अच्छा जवाब दिया :-

” मेरा अतीत भी पानी;

मेरा भविष्य भी पानी…”

फिर गरमी किस बात पे रखू?

17 thoughts on “हरिवंशराय बच्चन

  1. सही बात है…
    अतीत न अपने हाथ में
    और भविष्य का कोई पता ठिकाना नहीं है….

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  2. कई बार हार कर भी हम जीतते हैं।
    जीत कर भी खुशी के लिए तरसते हैं
    किसी के लिए दिल हार कर देखो
    खुशियों के चिराग कैसे जलते हैं।

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