
आँखोँ से आँखों मे, अौर फिर , कही दिल में उतर कर
सारे राज ना कोई जान ले,
खजाने हैं…..
कुछ बेमोल- कुछ अनमोल !!!

आँखोँ से आँखों मे, अौर फिर , कही दिल में उतर कर
सारे राज ना कोई जान ले,
खजाने हैं…..
कुछ बेमोल- कुछ अनमोल !!!
जब भी किसी ने आँखों से मदद मागीं
अौर
नादानी में, अनदेखा किया, वे आज भी याद हैं।
लरजते आँखों को पहचान लेना, ऐसे हाथों को
कस कर थाम लेना,
शायद सबसे बङी इबादत है !!!!
दिल के सच्चे लोग कुछ एहसास लिखते है,
मामूली शब्दों में ही सही कुछ खास लिखते है।
Source: दिल के सच्चे लोग…..
Mind is not a dustbin
to keep anger hatred and jealousy.
But it’s a treasure box
to keep love
Swami Vivekananda
कल पेड़ पर अटके – लटके ,
आँसू बहाते एक गिरगिट से हुई मुलाकत .
उसने कहा –
घड़ी के काटें के साथ पल पल बदलते ,
तुम लोगों को देखने के बाद अब ……
अपने रंग बदलने की अदा का मै क्या करूँ ?
मेरी तो पहचान ही खो गई है .
image from internet.

थोड़ी तल्खी भी तबीयत में बहुत लाजमी है,..
लोग पी जाते, जो समन्दर खारा न होता..
Anonymous.

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The dark thought, the shame, the malice.
meet them at the door laughing and invite them in.
Be grateful for whatever comes.
because each has been sent
as a guide from beyond
Rumi
💛
इंपोस्टोर सिंड्रोम – जब लोग अपनी सफलता को इत्तफ़ाक़ या संयोग मानते हैं या उन्हें आत्म-संदेह होता रहता है (यह गलती से सफलता मिलने या खुद को कामयाबी के लायक नहीं मानने का अनुभव है)।
क्या आप जानते हैं , अनेक लोग इस सिंड्रोम से प्रभावित होते हैं ।
दुनियाभर में सुपरहिट रही हॉलीवुड फिल्म शृंखला ‘हैरी पॉटर’ में नायक की अभिन्न मित्र ‘हरमॉयनी ग्रेंजर’ की भूमिका निभाकर घर-घर में पहचान बनाने वाली अभिनेत्री एम्मा वॉटसन को लगता है, कि उन्हें अपनी काबिलियत से कहीं ज़्यादा कामयाबी हासिल हुई है। खुद को इतनी कामयाबी के लायक नहीं मानतीं एम्मा वॉटसन।
ऐसे लोग प्रायः अपनी प्रशंसा को हलके में लेते हैं, परिपूर्णतावादी / पर्फेक्सनिस्ट, बेहद मेहनती, अौर असफलता से ङरे रहते हैं (70% से अधिक लोग अपने जीवन में कभी ना कभी ऐसा अनुभव करतें हैं)। अगर आप को ऐसा लगता है, तब ङरे नहीं , क्योंकि आप जैसे बहुत लोग हैं जिन्हें आत्म-संदेह होता रहता है। 1 9 78 मनोवैज्ञानिकों पॉलिन अौर क्लेंस और सुज़ान/ Pauline and Suzanne शब्द दिया था। यह सिंड्रोम अच्छी उपलब्धि वालों व महिलाओं में अक्सर होता है।
इसका सामना करने के उपाय –
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