I have been a seeker and I still am,
but I stopped asking the books and the stars.
I started listening to the teaching of my Soul.

I have been a seeker and I still am,
but I stopped asking the books and the stars.
I started listening to the teaching of my Soul.

व्यंग Satire

चुनाव का मौसम आते राजनीति
गलियरों में एक खेल ज़ोरों पर है।
एक दूसरे पर ताने कसते, व्यंग,
टीका–टिप्पणी करते…..
धर्म, पार्टी, राजनीतिक आधार पर
तंज कसते, छिंटाकशी करते बड़े लोगों का खेल.
जो बच्चों जैसे लग रहे हैं.
जनता भी बिना सोचे समझे
इस खेल को खेलने लगी है.
अब इंतज़ार यह है कि ये लोग कब बड़े होंगे .
तब तो हम,
तय करेगे कि– हम वोट किसे दें !!!!

जो अपने आप को प्यार करते हैं ,
वह दूसरों को चोट नहीं पहुंचा सकतें।
