नसीहते

नसीहत नर्म लहजे में

ही अच्छी लगती है,

क्योंकि दस्तक का मक़सद

दरवाज़ा खुलवाना होता है,

तोडना नहीं !!

 

Unknown

5 thoughts on “नसीहते

Leave a comment