1- माचिस किसी दूसरी चीज को जलाने से पहले खुदको जलाती हैं. गुस्सा भी एक माचिस की तरह है! यह दूसरों को बरबाद करने से पहले खुद को बरबाद करता है.
2- आज का कठोर व कङवा सत्य !!चार रिश्तेदार एक दिशा मेंतब ही चलते हैं ,जब पांचवा कंधे पर हो.
3- कीचड़ में पैर फंस जाये तो नल के पास जाना चाहिएमगर,नल को देखकर कीचड़ में नही जाना चाहिए,इसी प्रकार. जिन्दगी में बुरा समय आ जायेतो. पैसों का उपयोग करना चाहिए मगर, पैसों को देखकर बुरे रास्ते पर नही जाना चाहिए.
4- रिश्तों की बगिया में एक रिश्ता नीम के पेड़ जैसा भी रखना,जो सीख भले ही कड़वी देता हो पर तकलीफ में मरहम भी बनता है.
5- परिवर्तन से डरना और संघर्ष से कतराना,मनुष्य की सबसे बड़ी कायरता है.
6- जीवन का सबसे बड़ा गुरु वक्त होता है,क्योंकि जो वक्त सिखाता है वो कोई नहीं सीखा सकता.
7- बहुत ही सुन्दर वर्णन है- मस्तक को थोड़ा झुकाकर देखिए. अभिमान मर जाएगा आँखें को थोड़ा भिगा कर देखिए. पत्थर दिल पिघल जाएगा, दांतों को आराम देकर देखिए. स्वास्थ्य सुधर जाएगा, जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए. क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा, इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए. खुशियों का संसार नज़र आएगा.
8- पूरी जिंदगी हम इसी बात में गुजार देते हैं कि “चार लोग क्या कहेंगे”,और अंत में चार लोग बस यही कहते हैं कि “राम नाम सत्य है”.

बहूत ही सुंदर लिखा है आपने, यही जीवन का सत्य है 👍
LikeLiked by 1 person
धन्यवाद. यह एक forwarded message है.
LikeLiked by 2 people
क्या खूब लिखा है और सत्य लिखा है—–
पूरी जिंदगी हम इसी बात में गुजार देते हैं कि “चार लोग क्या कहेंगे”,और अंत में चार लोग बस यही कहते हैं कि “राम नाम सत्य है”…
LikeLiked by 1 person
बहुत धन्यवाद मधुसूदन . यह एक forwarded message है .
LikeLiked by 1 person
Bahut sunder katu satya kathan.
LikeLiked by 1 person
Bahut dhanyvaad.
LikeLike
Phylosophy में जीवन खोजता रहा
कभी जीवन की Phylosophy समझ न आई…
LikeLiked by 3 people
बहुत ख़ूब ! जीवन को समझना और परिभाषा में बाँधना कठिन है . यह रोज़ नए रंग दिखती और सिखाती है .
LikeLiked by 2 people
Reblogged this on Business Startup-Bay Area.
LikeLiked by 1 person
Thank you 😊
LikeLike
very well written!
LikeLiked by 1 person
Thank you 😊
LikeLike
Nice collection..
LikeLiked by 1 person
Thank you 😊 Hemendra
LikeLiked by 1 person