कैक्टस Cactus

रेत पर, तपते  रेगिस्तान में

खिल आये कैक्टस

ने बिना ङरे

 चटक रंगों को बिखेरा।

किसी ख़ूबसूरत नज़्म या कविता की तरह ……

गर्म बयार अौर

आग उगलते सूरज

ने  नन्हे से कैक्टस के हौसले देख

नज़रें झुका  ली ।

 

16 thoughts on “कैक्टस Cactus

    1. हाँ, मेरा ख्याल हैं , जिन्दगी में हर जगह ऐसे उदाहरण दिखते हैं। बस देखने का नज़रिया होना चाहिये। धन्यवाद सविता।

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