
घृणा से बढ़ती जा रही है घृणा .
दुश्मनी से दुश्मनी इस हद तक
कि क़त्ल कर चेहरे पर मुस्कान है .
नए आधुनिक हथियार
से मानवों का हीं हो रहा है संहार .
पता नहीं इसका अंत कहाँ होगा ?
मानवता ख़त्म हो रही है या मानव
या दोनों ?

घृणा से बढ़ती जा रही है घृणा .
दुश्मनी से दुश्मनी इस हद तक
कि क़त्ल कर चेहरे पर मुस्कान है .
नए आधुनिक हथियार
से मानवों का हीं हो रहा है संहार .
पता नहीं इसका अंत कहाँ होगा ?
मानवता ख़त्म हो रही है या मानव
या दोनों ?

बिना सोचें विचारे
स्वार्थ में डूब
हम खेलते रहे प्रकृति से.
अब उसका नतीजा …….
उसका जवाब आ रहा सामने है.
A generous heart, kind speech, and a life of service and compassion are the things which renew humanity.
Buddha

Updated: Feb 08, 2019 20:12 IST
SANT CUGAT, Spain (Reuters) – David Aguilar has built himself a robotic prosthetic arm using Lego pieces after being born without a right forearm due to a rare genetic condition.

यह कुछ बात हुई !
कहीं नासमझ तोड़ फोड़ मचा रहें हैं.
और कहीं कुछ होनहार जोड़ कर नया बना रहें हैं.
अपना, लोगों का और देश का मान बढ़ा रहें हैं.
news courtesy- Inshorts


जो भगवान को भी नहीं छोड़ते ,
वे इंसान और मानवता क्या समझेंगे .
SHOCKING: Chinese company forces employees to crawl on roads for failing to meet year-end targets.

इससे तो अच्छे थे,
जब हम बच्चे थे।
यह क्या बात हुई?
सूट बूट पहना,
भरी सङकों पर,
भीड़ में पब्लिक के सामने ऐसा नाच नचाते हो?
टारगेट पूरी नहीं हुई तो घुटनों पर चलाते हो?
अब तो लगता है ऑफिस में काम करने से ज्यादा अच्छा है ,
बच्चों की तरह चार पैरों पर घूमते रहना,
हम खबर बनें, दुनिया में हमारी तस्वीर बँटे।
इससे तो हम बहुत ज्यादा अच्छे थे,
जब हम बच्चे थे……….

मानव , मानव को हीं कैसे ख़रीद बेच सकता है ?
मनुष्य कितना क्रूर है ? बच्चों को भी नहीं बख़्शता .
भगवान भी अक्सर सोचतें होंगे –
यह क्या बना दिया हमने ?
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