बेवजह, बेकार बातें क्यों सुननी?
बे-सबब बातें क्यों बढ़ानी?
ऐसा क्यों कि बातें कुछ हो, बयाँ कुछ अौर हो?
अच्छी बातों, सच्ची बातों की कमी है क्या?
मुख़्तसर सी बात…छोटी सी बात
बस इतनी है –
बतकही नहीं, चाहिए मीठी गुफ़्तगू ।

लॉगोरिया / लॉगोरिया / बोलचाल की समस्या है, जैसे ज्यादा बोलना, बातें दोहराना । लॉगोरिया को कभी-कभी मानसिक बीमारी के रुप में भी देखा जाता है। यह मानसिक बीमारी, किसी दवा से या मस्तिष्क की चोट के कारण भी हो सकती है।
You must be logged in to post a comment.