माँ के सकारात्मक शब्दों का जादू (सच्ची कहानी)

एक छोटे बच्चे ने स्कूल से आ कर अपनी माँ को एक कागज दिया। उसने कहा, “माँ, मेरे शिक्षक ने यह लेटर दिया है और कहा, इसे सिर्फ़ तुम पढ़ोगी। माँ, इसमें क्या लिखा है?” माँ ने ऊँची आवाज़ में पढ़ा- “आपका बेटा एक जीनियस है। यह स्कूल उसके लिए बहुत छोटा है और उसके लायक़ प्रशिक्षित और अच्छे शिक्षक हमारे पास नहीं हैं। कृपया आप उसे स्वयं पढ़ाएं।” बच्चे की माँ ने यही किया। आगे चल कर वह सदी का सबसे महान वैज्ञानिक बन गया। जिसने अनेक महत्वपूर्ण खोज किये।

मां की मृत्यु के कई सालों बाद, उस महान वैज्ञानिक को अपनी माँ के काग़ज़ों में अपने शिक्षक का लिखा वही पुराना पत्र मिला, जिसे उसके शिक्षक ने सिर्फ़ उसकी माँ को देने कहा था। उस वैज्ञानिक ने उसे खोला और पढ़ने लगा। पत्र में लिखा था – “आपका बेटा मानसिक रूप से कमजोर है। हम उसे अब अपने स्कूल में नहीं आने दे सकते। उसे स्कूल से निकाला जा रहा है।” यह थॉमस एडिसन के बचपन की सच्ची कहानी है। शिक्षक के नोट को पढ़ने के बाद एडिसन ने अपनी डायरी में लिखा: “थॉमस एडिसन एक मानसिक रूप से कमजोर बच्चा था जिसकी माँ ने उसे सदी के जीनियस में बदल दिया।” वाणी वह हथियार है और जो नष्ट या निर्माण, उत्थान या पतन कर सकती है।

औरन को शीतल करे, Like a cool breeze in summer

ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय |

औरन को शीतल करे, आपहु शीतल होय ||

 

ऐसी भाषा बोलें जिससे आपके मन का गर्व घमंड दूर हो । इस से
सुनने वाले  निर्मल और शीतल होंगे और आप भी शीतल और पवित्र होगें।

 

Speak in words so sweet, that fill the heart with joy
Like a cool breeze in summer, for others and self to enjoy

 

~~~Kabir