जी हाँ रेखा जी। वाक़ई ऐसी ही है दुनिया। इसलिए अपने तजुरबों को इस्तेमाल करते हुए कम-से-कम ग़लत लोगों को तो पहचानकर उनसे दूर ही रहना चाहिए। कोयला दहकता हुआ हो तो हाथ जला देता है, ठंडा हो तो हाथ को काला कर देता है। इसलिए उसके स्पर्श से बचने में ही भलाई है।
Bilkul sahi….
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Thanks 😊
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बिलकुल सही कहा आण्टी ❤😊
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धन्यवाद शैंकी!
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👍
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Thanks Param.
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So true ..
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Thank you 😊
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जी हाँ रेखा जी। वाक़ई ऐसी ही है दुनिया। इसलिए अपने तजुरबों को इस्तेमाल करते हुए कम-से-कम ग़लत लोगों को तो पहचानकर उनसे दूर ही रहना चाहिए। कोयला दहकता हुआ हो तो हाथ जला देता है, ठंडा हो तो हाथ को काला कर देता है। इसलिए उसके स्पर्श से बचने में ही भलाई है।
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ये बातें मैंने अपनी ज़िंदगी से हीं सीखी है, वह भी कड़वे तरीक़े से क्योंकि मैं बड़ी सरलता से सभी पर भरोसा कर लेती हूँ।
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