सब कहते हैं आप चले गए! पर आप हैं यही कहीं। महज़ साँसों की गिनती जीवन नहीं, उँगली थामें, जीती जागती, यादों का भी मोल है। बस देखने के लिए नज़रें चाहिए,
सब कहते हैं आप चले गए! पर आप हैं यही कहीं। महज़ साँसों की गिनती जीवन नहीं, उँगली थामें, जीती जागती, यादों का भी मोल है। बस देखने के लिए नज़रें चाहिए,
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