मोल.

कामनाओ का अंत नहीं,

अतः जो है उसका

मोल समझना ज़रूरी हैं.

ज़िंदगी के रंग -139

रिश्तों की कद्र करनी है ,

तो अभी करो जब ज़रूरत हैं .

जाने के बाद किसे पड़ी हैं

देखने की, आँसूओ की सच्चाई ?

Listen !!!

There is a

voice that

doesn’t use

words.

Listen.