भीगा इंद्रधनुष

भीगीं पलकों से देखा रोते बरसते आसमान को.

बूँदों से भीगा धुँधलाया इंद्रधनुष उग आया था.

4 thoughts on “भीगा इंद्रधनुष

  1. Reblogged this on The Shubham Stories and commented:
    वर्षा के मौसम में नभ में
    सजता इंद्रधनुष।
    फूलों की माला सतरंगी
    लगता इंद्रधनुष।।
    बादल की आँखों का सपना
    यह कोई सुंदर।
    माथे की बिंदिया सा लगता
    हँसता इंद्रधनुष।।
    चित्र बना यह रंगबिरंगा
    नीले कागज पर।
    नन्हे मुन्नों की टोली सा
    फबता इंद्रधनुष।।
    रूप बदलकर आया जैसे
    कोई जादूगर
    बच्चों की भोली आँखों को
    ठगता इंद्रधनुष।।
    खेल रही अम्बर में परियाँ
    होली हिल-मिलकर
    उड़ते अबीर की परछाईं
    दिखता इंद्रधनुष

    Liked by 2 people

Leave a reply to Rekha Sahay Cancel reply